बेहद शानदार लुक और फीचर्स में पेश हुआ MG Windsor EV Pro, 450 से 500 km तक की दमदार रेंज का दावा

अगर आप भी उस दोस्त की तरह हैं जो हर फेस्टिव सीजन पर पार्सल ट्रैकिंग कर-कर के दिवाली तक थक जाता है, तो इंतजार खत्म समझिए। MG ने मेरी मानिए तो इस बार दिल जीत लेने वाली चीज दिखाई है। नाम है MG Windsor EV Pro। हां, Windsor तो आपने सुना होगा, लेकिन ये Pro वैरिएंट मेरी नज़र में वही अपग्रेडेड, टर्बो-चार्म वाला, extra masala पैकेट है जो रोजमर्रा की EV चाल को एकदम IPL फाइनल जैसा रोमांचक बनाता है। लुक फ्यूचरिस्टिक, फीचर्स भरे पड़े और सबसे बड़ा हाइलाइट 450 से 500 किलोमीटर तक की कथित रेंज। अब आप सोचेंगे यह कैसे, किस जादू से। चलिए, वही तो कहानी है।

डिजाइन जो पहली नजर में दिल जीत ले

Windsor EV Pro को देखते ही जो vibe आती है, वह थोड़ी सी प्रीमियम कूपे, थोड़ी सी अर्बन SUV और थोड़ी सी बेंटो बॉक्स जैसी सलीकेदार पैकेजिंग। सामने का फ्रंट साफ, पतली LED DRL स्ट्रिप, नीचे चौड़ा एयर डैम और साइड प्रोफाइल में बड़े डायमंड-कट अलॉय जो देखने में 18 इंच लगते हैं, पर हो सकता है 17 इंच हों, practical रहते हुए स्टाइल भी दे जाएं। ग्लॉस-पियानो ब्लैक ग्रिल इफेक्ट, बॉडी कलर में वेपर-ग्रीन, मिडनाइट ब्लू, त्योहारों के लिए खास रॉयल गोल्ड जैसे शेड्स। रियर में connected टेललैम्प, और एक subtle स्पॉइलर जो हाईवे पर wind-cheating का काम करे।

कई लोग पूछेंगे कि भारतीय सड़कों के गड्ढों पर क्या सीन रहेगा। मेरी राय में Pro ट्रिम की सस्पेंशन ट्यूनिंग थोड़ी सॉफ्ट-फर्म का बैलेंस रखेगी ताकि सिटी की स्पीड ब्रेकर और हाईवे की undulations दोनों झेल जाएं। ग्राउंड क्लियरेंस 180 मिलीमीटर के आसपास guess करिए, ताकि हिल स्टेशन्स पर मोशन सिकनेस से पहले कार का बंपर ना बैठे।

रेंज 450 से 500 km: घर से डेरा बाबा नानक तक एक सिटिंग में

अब असली दिलचस्पी रेंज में ही है। 450 से 500 किलोमीटर की बात सुनते ही व्हॉट्सऐप फैमिली ग्रुप सक्रिय हो जाएगा। मेरा न्यूट्रल लेकिन उत्साही take: Windsor EV Pro में लगभग 65 से 72 किलोवाट आवर का पैक होना चाहिए। कुछ लोग इसे किलोवाट घंटा कहते हैं, चलिए दोनों ही सही। सही थर्मल मैनेजमेंट, अच्छे सेल केमिस्ट्री और efficient मोटर के साथ ये फिगर real-world में 380 से 430 किलोमीटर तक आराम से दिखा सकता है, खासकर अगर आप ECO मोड में चलें, टायर प्रेशर सही रखें और अनावश्यक हर बार एसी को 16 डिग्री पर न रखें।

सिटी-हाईवे मिक्स में मैंने जो ड्राइविंग स्टाइल देखा है, उससे लगता है कि 100 से 110 किमी प्रति घंटा की cruising पर भी बैटरी ड्रेन controlled रहेगा। और हां, अगर आप भादो की उमस में AC फुल ब्लास्ट कर रहे हैं, तो रेंज थोड़ी कम होना normal है। वही IPL का डे-नाइट मैच याद आ गया, ओस में गेंद फिसलती है, पर खेल तो चलता है।

फास्ट चार्जिंग: चाय समोसा खत्म, 10 से 80 percent तक

लंबे सफर में चार्जिंग ही असली परीक्षा है। मेरे हिसाब से Windsor EV Pro में 120 से 150 किलोवाट DC फास्ट चार्ज सपोर्ट होना चाहिए। मतलब 10 से 80 प्रतिशत लगभग 30 से 35 मिनट, यानी हाईवे ढाबे पर गरमा-गरम चाय, एक प्लेट पकोड़े और इंस्टा स्टोरी अपलोड करने भर का टाइम। घर पर अगर आपके पास 7.2 किलोवाट का वॉलबॉक्स है तो रात भर में टंकी फुल। कुछ लोग 11 किलोवाट AC के दीवाने हैं, तो Pro वैरिएंट में वह विकल्प भी होना चाहिए ताकि अपार्टमेंट बेसमेंट में ओवरनाइट चार्जिंग आसान रहे।

मोटर परफॉर्मेंस: शांति से तेज, तेज से ज्यादा शांति

मैं गियरहेड नहीं, पर ड्राइविंग के मजे समझता हूं। EV Pro में सिंगल मोटर फ्रंट या रियर एक्सल पर 150 से 160 किलोवाट यानी 200 से 215 पीएस के आसपास की ताकत देना समझ आता है। टॉर्क तो EV का तुरुप का इक्का है, 300 से 350 न्यूटन मीटर का अंदाजा लगाइए। 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा सात से आठ सेकेंड के बीच, जो कि सिटी में लालबत्ती के बाद की लहर के लिए काफी है। सस्पेंशन ट्यूनिंग अगर यूरो-टाइट रखी तो स्पोर्टी फील आएगा, वरना फेयरी-मैट्रेस जैसी सॉफ्टनेस भी हमारे गड्ढों में soothing लगती है, मानना पड़ेगा।

इंटीरियर: बॉलीवुड प्रीमियर वाली वाइब

कैबिन में कदम रखते ही आपको लगे कि प्रोडक्शन हाउस ने बजट नहीं बचाया। डुअल-टोन अपहोल्स्ट्री, कुछ-कुछ एम्बर-गोल्ड पाइपिंग, वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स और वह बड़ी, मसलन 15 से 15.6 इंच की टचस्क्रीन जो OTT का पूरा होमपेज दिखा दे। इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर 10 से 12 इंच डिजिटल, वायरलेस Android Auto और Apple CarPlay के साथ। मुझे सबसे practical फीचर हमेशा से 360 डिग्री कैमरा लगता है, खासकर जब शॉपिंग मॉल की पार्किंग में हर कोई दुपहिया को भी SUV की तरह खड़ा कर देता है।

एक और चीज जो Pro बैज को अलग करती है, वह है साउंड सिस्टम। आठ स्पीकर्स और एक सबवूफर, या कम से कम छह अच्छे ड्राइवर्स। रियर सीट एंगल थोड़ा recline में, बीच में armrest, और लंबी यात्राओं पर वो छोटा-सा नैक पिलो जिसे लोग फ्लाइट में लगाते हैं, यहां भी काम कर सकता है। बूट स्पेस 500 से 600 लीटर के बीच, दो बड़े सूटकेस, एक जिम बैग और बच्चों की क्रिकेट किट सब समा जाएं।

टेक्नोलॉजी जिसकी आदत लग जाती है

MG की i-SMART कनेक्टेड टेक्नोलॉजी पहले से मजबूत है, Pro में 80 से 100 प्लस फीचर्स की उम्मीद तो बनती है। रिमोट स्टार्ट, क्लाइमेट कंट्रोल सेट, जियोफेंसिंग, वैलेट मोड, और घर से वॉइस कमांड के जरिए कार को निर्देश देना, यह सब आज के स्मार्ट-होम इकोसिस्टम में बहुत नैचुरल लगता है। त्योहारों में जब शॉपिंग बैग ज्यादा हों, हैंड्स-फुल एंट्री और इलेक्ट्रिक टेलगेट जैसे छोटे-छोटे आराम असल में biggest delight बनते हैं।

और हां, V2L यानी व्हीकल टू लोड फीचर अगर मौजूद है तो आउटडोर पार्टी में लाइटिंग चलानी हो, लैपटॉप चार्ज करना हो, या छोटे induction पर मैगी बनानी हो, सब संभव। एक बार अपने दोस्त के फार्महाउस में हमने यही किया था, और रात की हवा में वो साउंडलेस इलेक्ट्रिक जनरेटर जैसा अहसास, बस याद रह गया।

सुरक्षा: परिवार को शांति चाहिए, बस

छह एयरबैग, ABS, EBD, ट्रैक्शन कंट्रोल, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल, हिल-होल्ड जैसा पूरा सुरक्षा किट मेरी बेसलाइन मांग है। Pro वैरिएंट में लेवल 2 ADAS होना चाहिए, जिसमें एडेप्टिव क्रूज़ कंट्रोल, लेन कीप असिस्ट, ब्लाइंड स्पॉट डिटेक्शन, फ्रंट कोलिजन वार्निंग, और ऑटो इमरजेंसी ब्रेकिंग शामिल हों। शहर में ADAS मतलबी नहीं, पर हाईवे पर असली फरिश्ता। और अगर 360 कैमरा के साथ 3D व्यू और ट्रांसपेरेंट बॉनट जैसा gimmick भी हो तो टाइट गलियों में तिरछी पार्किंग आसान।

रियल-लाइफ यूज: ऑफिस कम्यूट से लेकर होमटाउन ट्रिप तक

मेरे हिसाब से Windsor EV Pro उस यूजर के लिए है जो हफ्ते में पांच दिन ऑफिस जाता है, शनिवार को मॉल-ग्रोसरी और रविवार को छोटे फूड-ट्रेल्स। महीने में एक बार 300 से 400 किलोमीटर का होमटाउन ट्रिप, जहां रास्ते में एक फास्ट चार्ज स्टॉप काफी है। अगर आपके शहर में आजकल ऑल-इलेक्ट्रिक टैक्सी भी दिख रही हैं, तो समझ जाइए इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थिर हो रहा है। वैसे भी, अब हर हाईवे टोल के पास एक-दो चार्जर मिल ही जाते हैं, बिलकुल वैसे जैसे चाय-समोसा हर ढाबे पर।

कीमत पर दिल की बात: वैल्यू कैसे बनेगी

मेरा अनुमान कहता है कि Windsor EV Pro की एक्स-शोरूम कीमतें 18 से 22 लाख Rupees के दायरे में शुरू हो सकती हैं। हां, यह वही बजट है जिसमें लोग टॉप-स्पेक पेट्रोल-ऑटोमैटिक SUVs देखते हैं। लेकिन EV में कम रनिंग कॉस्ट, सर्विस में कम खर्च, और पीक-आवर में शांत-सी ड्राइविंग, यह सब जोड़ दीजिए तो कुल मिलाकर वैल्यू बनती है। अगर कंपनी battery-as-a-service जैसा विकल्प दे दे, जहां शुरुआती ऑन-रोड कम पड़े और प्रति किलोमीटर कुछ रकम बैटरी रेंटल की लगे, तो बहुत से first-time EV buyers के लिए यह sweet spot बन जाएगा।

क्यों यह कार Discover और सोशल पर वायरल जा सकती है

आप सोच रहे होंगे क्लिक क्यों करेंगे लोग। सीधा-सा जवाब है appeal, aspiration और assurance। अपील आती है डिजाइन और स्क्रीन-टू-कैबिन के ratio से। aspiration आती है उस 450 से 500 km की headline रेंज से, जो मन में रोड-ट्रिप मूड जगा देती है। और assurance मिलता है ब्रांड के बढ़ते नेटवर्क, बेहतर फाइनेंस स्कीम्स और हाल के महीनों में EV को मिल रहे इंडस्ट्री-लेवल पुश से। आजकल तो बड़े ग्रुप्स साफ कह रहे हैं कि EV और ICE दोनों साथ बढ़ेंगे, एक-दूसरे के दुश्मन नहीं। यह बात confidence देती है।

छोटे-छोटे डिटेल जो बड़ा फर्क डालते हैं

  • सीट्स: अगर Aero Lounge जैसी 135 डिग्री तक recline मिल जाए, तो लंबा सफर बिजनेस-क्लास जैसा।
  • सनरूफ: पैनोरैमिक ग्लास अगर मिलती है तो केबिन airy लगता है, बच्चों को तो बस बादल देखने का बहाना चाहिए।
  • टायर और ब्रेक्स: 215 सेक्शन के टायर और चारों डिस्क, city grip और हाईवे confidence दोनों।
  • ड्राइव मोड्स: Eco, Normal, Sport. कभी-कभी Sport ऑन करके खाली फ्लाईओवर पर बस मन खुश कर लें, लेकिन ट्रैफिक नियम याद रहें।
  • वन-पेडल ड्राइव: शहर में यह फीचर addiction है, regen लेवल एडजस्ट हो तो और मज़ा।

जमीनी सच्चाई: चार्जिंग नेटवर्क और मौसम

बारिश, गर्मी, ठंड — भारत के मौसम EV की रेंज से खेलते हैं। गर्मियों में बैटरी थोड़ी खुश रहती है, पर AC का लोड बढ़ता है। सर्दियों में बैटरी केमिस्ट्री धीमी होती है, पर केबिन हीटिंग अगर हीट पंप से हो तो खपत कंट्रोल में रहती है। चार्जिंग नेटवर्क बढ़ रहा है, शहरों में तो काफी बेहतर, हाईवे पर pockets मिलते हैं। मेरी सलाह: पहली लंबी ट्रिप पर चार्जिंग ऐप्स में दो-तीन बैकअप विकल्प पिन कर लें, जैसे मुंबई से सूरत जा रहे हों तो वसई, मनेर, वापी सब सेव।

किसके लिए सबसे सही

अगर आपका रन 1200 से 1600 किलोमीटर महीना है, होम-ऑफिस distance 20 से 30 किमी एक-साइड, और महीने में एक या दो हाईवे रन, तो Windsor EV Pro आपके लाइफस्टाइल से फिट बैठता है। जो लोग रोज 300 किमी कवर करते हैं, उनके लिए भी संभव है, पर उन्हें फास्ट चार्जिंग और समय प्रबंधन का अनुशासन चाहिए होगा। फ्लीट-ओनर्स के लिए BaaS प्लान game-changer बन सकता है, क्योंकि depreciation और बैटरी-worry दोनों सुलझते हैं।

कॉम्पिटिशन पर चुटकी

मार्केट में Tata, Mahindra, BYD, Hyundai सब तैयार बैठे हैं। पर Pro की फ्रेश डिजाइन और लंबी रेंज headline उन्हें थोड़ी बेचैनी देगी। और अगर प्राइसिंग स्मार्ट हुई, तो यही मॉडल कॉलेज ग्रेजुएट्स से लेकर कॉर्पोरेट मैनेजर्स तक का common dream बन जाएगा। WhatsApp स्टेटस में फोटो, कैप्शन में लिखना, नयी EV ली और पेट्रोल पंप वाले भैया से ब्रेकअप। थोड़ी अतिशयोक्ति ठीक है, पर मजेदार है।

मेरी ओनरशिप प्लानिंग टिप्स

  1. होम चार्जर पहले फाइनल करें। सोसायटी NOC और इलेक्ट्रिकल लोड बढ़ाने का काम समय लेता है, पहले ही शुरू करें।
  2. टायर प्रेशर की आदत डालें। हर 10 से 15 दिन में चेक करें, रेंज और राइड क्वालिटी दोनों बेहतर रहती हैं।
  3. फास्ट चार्जिंग शिष्टाचार अपनाएं। 80 प्रतिशत पर चार्जर छोड़ दें, लाइन आगे बढ़ेगी।
  4. सॉफ्टवेयर अपडेट्स को हल्के में न लें। OTA से कार सचमुच स्मार्ट होती है।
  5. रेजिडुअल वैल्यू पर नजर रखें। तीन से पाँच साल बाद अपग्रेड का सोचें तो buyback या एक्सचेंज स्कीम्स काम आती हैं।

फाइनल वर्डिक्ट: यह Pro दिल का Pro

MG Windsor EV Pro मेरे हिसाब से उन लोगों के लिए बना है जो EV की शांति, लंबी रेंज का भरोसा और फीचर्स का बंडल चाहते हैं बिना ज्यादा दिखावे के। 450 से 500 किलोमीटर का दावा सुर्खियां बटोरता है, पर असल गेम है पैकेज की सेंस। स्टाइल है, स्पेस है, टेक है, सेफ्टी है और रोजमर्रा की जिंदगी में जो छोटी-छोटी खुशियां चाहिए होती हैं, वह भी हैं। अगर कंपनी लॉन्च के समय आकर्षक फाइनेंस ऑफर या फेस्टिव एडिशन दे दे, तो यह Discover पर ट्रेंडिंग और पेट्रोल पंप पर empty लगने वाली लाइनों का कॉम्बो बन सकता है।

और हां, अगर आप अभी भी डगमगा रहे हैं, तो खुद एक टेस्ट ड्राइव लें। सीट पर बैठते ही जो vibe आती है न, वही असली review है। बाकी, दीवाली की खरीदारी में अगर आप नया टीवी लेने वाले थे, तो थोड़ा बजट ऊपर करिए, EV लेकर देखिए, जिंदगी का picture quality खुद-ब-खुद 4K हो जाएगा।

एक छोटी जानकारी जो भरोसा देती है

ऑटो इंडस्ट्री के बड़े नाम खुलकर कह रहे हैं कि EV और ICE साथ-साथ बढ़ेंगे, और कंपनी स्तर पर EVs के प्रति जोर रहेगा। आज ही इंडस्ट्री की चर्चा में यह बात भी सामने आई कि ग्रोथ टारगेट आक्रामक हैं, और नए प्रोडक्ट्स की रफ्तार तेज रखी जाएगी। इससे यूजर्स को long-term सपोर्ट और अपग्रेड पाथ का भरोसा मिलता है।

तो कहानी का लब्बोलुआब यही है कि MG Windsor EV Pro एक ऐसा पैकेज बन सकता है जो फेस्टिव सीजन में आपकी wish-list के शीर्ष पर पहुंचे। और अगर आप पूछें कि मैं खुद क्या करूंगा, तो मेरा जवाब वही है जो मां के पराठों पर होता है, एक और please।

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